बस्तर के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों की प्रशासन के पहुँच से बदल रही तस्वीर
रायपुर : छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल एवं नक्सल प्रभावित क्षेत्रों को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। सुकमा जिले के अति संवेदनशील क्षेत्रों में प्रशासन की पहल से अब ग्रामीणों को आधार कार्ड, राशन कार्ड, पेंशन पंजीयन आदि की सुविधाओं का लाभ बड़ी आसानी से मिल रहा है। जिला प्रशासन द्वारा अंदरूनी क्षेत्रों में बसे गांवों में सुविधा शिविर के माध्यम से ग्रामीणों को एक ही जगह पर कई सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। इस सुविधा शिविर के माध्यम से ग्रामीणों को आधार कार्ड, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड सहित पेंशन पंजीयन आदि का लाभ लेने मे सहूलियत हुई है।
जिला प्रशासन द्वारा सिलगेर सहित आसपास के गांव के ग्रामीणों को आधार कार्ड आदि बनवाने के लिए सुविधा हो इसके लिए ग्राम सारकेगुड़ा में तीन दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया है, जो आज से प्रारंभ हो कर आगामी दिवसों तक चलेगी। ग्रामीणों को शिविर स्थल तक आवागमन में कोई परेशानी ना हो, इस हेतु प्रशासन द्वारा वाहन की व्यवस्था के साथ ही भोजन आदि की व्यवस्था की गई है।
बीते दिवसों में ग्राम कांकेरलंका में ग्रामीणों के आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड और राशन कार्ड बनाने के लिए शिविर का आयोजन किया गया था। इस शिविर में अतिसंवेदनशील मिनपा के साथ ही आसपास के ग्रामीण बड़ी संख्या में पहुंचे। शिविर में निराश्रित पेंशन, आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड आदि बनाने के लिए मिनपा, अलमागुण्डा, डब्बाकोण्टा, दुलेड़, चिन्तागुफा के ग्रामीण शामिल हुए। इस शिविर के माध्यम से 900 आधार कार्ड, 568 राशन कार्ड और 570 आयुष्मान कार्ड बनाया गया। साथ ही 138 पात्र हितग्राहियों का पंजीयन पेंशन भुगतान हेतु किया गया।
विदित हो की ग्राम मिनपा और सिलगेर के ग्रामीणों ने प्रशासन को अपनी समस्याओं से अवगत कराया था। जिसके त्वरित निराकरण के लिए इन क्षेत्रों में सुविध शिविर लगाया जा रहा है। आगामी दिवसों में अन्य ग्रामों में भी शिविर का आयोजन किया जाएगा, जिससे जिले के अधिक से अधिक ग्रामीणजन सहजता से आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड इत्यादि बनवा सके और विभिन्न शासकीय योजनाओं का लाभ ले सके।