क्राइम : हत्या का आरोपी पुलिस की गिरफ्त में
कोरिया । पुलिस ने एक बार फिर से तत्परता दिखाते हुए हत्या के आरोपी को सलाखों के पीछे पहुंच दिया है। पुलिस ने विज्ञप्ति जारी कर मामले की जानकारी दी। जानकारी के अनुसार दिनांक 05.08.2021 के रात्रि 11:00 बजे सूचक विश्वनाथ सिंह पिता शिवपूरन सिंह उम्र 23 वर्ष सा0 सरईपारा बडेसाल्ही थाना खडगवां घर के बाहर था तभी
मेरा भाई शीशनाथ सिंह के द्वारा मेरी मां मृतिका श्रीमति दिलबसिया बाई को शराब के नशे मे यह कहकर मारपीट कर रहा था कि रात को कहां घूमते रहती हों जो मारपीट से मेरे मां की चिल्लाने कीआवाज आ रही थी। फिर मै किसी तरह घर के अंदर जाकर देखा तो मेरा भाई शीशनाथ सिंह हाथ में फोडा लिया था वहां पर मेरे पिताजी शिवपूरन भी थे और वहां पर बिजली का खुला तार लटका था।
मेरी मां के चेहरे मे बिजली करेंट से जलने का काला निशान व बाए पैर मे टकना के पास फौडा से काटने का साफ निशान दिख रहा था व वंही पर मां की चूड़ी का टुकडा पडा था। जो मेरा भाई शीशनाथ ही बिजली करेंट लगाकर व फौडा से पैर को काट कर मेरी मां की हत्या कर दिया है।
प्रार्थी के रिपोर्ट के अप0 कं0 254/21 धारा 302 ताहि0 पंजीबद्ध कर जांच पतासाजी में लिया गया। विवेचना दौरान पुलिस अधीक्षक कोरिया श्री संतोष सिंह (IPS) अति0पु0 अधीक्षक श्रीमती मधुलिका सिंह तथा नगर पुलिस अधीक्षक चिरमिरी श्री पी0पी0 सिंह द्वारा प्राप्त दिशा निर्देश एवं मार्गदर्शन के आधार पर थाना प्रभारी विजय सिंह द्वारा त्वरित विवेचना कार्यवाही करते हुये हत्या के आरोपी को पडकने के लिये टीम बनाया गया जो रिपोर्ट के कुछ ही. घंटे बाद हत्या आरोपी को पकड़कर थाना
लाया गया। आरोपी शीशनाथ सिंह ने मेमोरेण्डम कथन में बताया कि उसके पिता शिवपूरन के कहने पर
अपनी मां मृतिका दिलबसिया बाई को करेंट लगाकर और फौडा काटकर से हत्या किया है। प्रकरण में आरोपी
के पिता का हत्या में शामिल होने पर धारा 109,34 ता0हि0. जोडी गई।
आरोपीगण 01. शीशनाथ-सिंह: पिता
शिवपूरन सिंह उम्र 32 वर्ष 2. शिवपूरन सिंह पिता स्व.मनोहर-सिंह उम्र 52 वर्ष सा0 बडेसाल्ही – थाना
खडगवा को दिनांक 06.08.2021 को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड में भेजा गया है। सम्पूर्ण कार्यवाही
में थाना प्रभारी खडगवां विजय सिंह, एवं पुलिस सहायता केन्द्र बचरापोडी प्रभारी सउनि अमर
जायसवाल, आरक्षक मनोज सुनहरे, धर्मवेल तिर्की, सुरेश तिग्गा जसप्रीत सिंह सैनी, लिंगराज मंडल;
बालकरण, भोलानाथ का सराहनीय योगदान रहा।