सीएम योगी आदित्यनाथ की नीति और नीयत पर भरोसा : यूपी में निवेश के लिए तैयार टाटा-अंबानी सहित कई ग्रुप
jogi express
यूपी इन्वेस्टर्स मीट के मुंबई रोड शो में शुक्रवार को देश के दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा, मुकेश अंबानी, एचडीएफसी के दीपक पारेख के अलावा कुमारमंगलम बिड़ला ग्रुप, महिंद्रा, एलएंडटी, टोरंट ग्रुप, बजाज, मोदी इंडस्ट्रीज के प्रतिनिधियों ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की और प्रदेश में निवेश में रूचि दिखाई।
सबने उत्तर प्रदेश में बदले माहौल खासकर कानून व्यवस्था की स्थितियों की तारीफ की और मुख्यमंत्री की नीति और नीयत पर भरोसा जताया। मुख्यमंत्री ने यूपी इनवेस्टर समिट के लोगो का भी उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री सभी उद्योगपतियों को यूपी में आने का निमंत्रण दिया और हरसंभव सहयोग का भरोसा दिलाया।
मुंबई के होटल ट्राइडेंट में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लंबी चली मुलाकात में मुकेश अंबानी ने कहा कि निवेश और रोजगार बढ़ाने के लिए हम अपने रिटेल स्टोर की संख्या 300 से बढ़ाकर 1000 कर देंगे। पेट्रोल पंपों की संख्या भी 1000 कर देंगे। अभी यूपी में 300 पेट्रोल पंप हैं। अंबानी ने किसानों की बेहतरी के लिए मुख्यमंत्री द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की और भरोसा दिया कि डिजिटल कनेक्टिविटी के जरिए सस्ते में ऐसी तकनीक देंगे जिसमें उनको मृदा परीक्षण सहित हर चीज की अद्यतन जानकारी उपलब्ध होगी।
इससे किसानों की आय तीन गुना तक बढ़ सकती है। हमारी पहल एक तरीके से किसानों के लिए नालेज प्लेटफार्म होगी और इससे उनकी दक्षता बढ़ेगी और यह दक्षता बढ़ी उपज और उचित खरीद मूल्य के रूप में दिखेगी। इसी तरह कालेज स्कूल जानेवाले युवाओं को भी डिजिटल प्लेटफार्म देकर मेरिट बेस सोसायटी बनाने में मदद करेंगे।
मुंबई के होटल ट्राइडेंट में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लंबी चली मुलाकात में मुकेश अंबानी ने कहा कि निवेश और रोजगार बढ़ाने के लिए हम अपने रिटेल स्टोर की संख्या 300 से बढ़ाकर 1000 कर देंगे। पेट्रोल पंपों की संख्या भी 1000 कर देंगे। अभी यूपी में 300 पेट्रोल पंप हैं। अंबानी ने किसानों की बेहतरी के लिए मुख्यमंत्री द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की और भरोसा दिया कि डिजिटल कनेक्टिविटी के जरिए सस्ते में ऐसी तकनीक देंगे जिसमें उनको मृदा परीक्षण सहित हर चीज की अद्यतन जानकारी उपलब्ध होगी।
इससे किसानों की आय तीन गुना तक बढ़ सकती है। हमारी पहल एक तरीके से किसानों के लिए नालेज प्लेटफार्म होगी और इससे उनकी दक्षता बढ़ेगी और यह दक्षता बढ़ी उपज और उचित खरीद मूल्य के रूप में दिखेगी। इसी तरह कालेज स्कूल जानेवाले युवाओं को भी डिजिटल प्लेटफार्म देकर मेरिट बेस सोसायटी बनाने में मदद करेंगे।
साभारः अमर उजाला