मौत के पहले युवक की वीडियो जारी, निजी क्लिनिक को प्रशासन ने किया सील
युवक ने मौत के पहले डॉक्टर पर लगाए गलत इलाज करने का आरोप
अनूपपुर(अविरल गौतम )कोतमा मृतक युवक की वीडियो और सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार कोतमा क्षेत्र के वार्ड नम्बर 5 निवासी एक युवक लकी द्विवेदी का इलाज डॉक्टर राजपूत किये थे और कोरोना के सभी लक्षण होने के बाद टायफाइड बताकर इलाज किया जा रहा था और युवक के हालत बिगड़ने पर उसे शहडोल में भर्ती कराया गया था। जिसका इलाज के दौरान कोरोना से दुःखद निधन हो गया है। युवक ने अपना एक वीडियो बनाया था जिसमे उसने अपनी तबियत बिगड़ने का आरोप डॉक्टर अशोक राजपूत पर लगाया था। कल यह वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। जिसके बाद नगर व क्षेत्र में भारी आक्रोश व्याप्त हो गया था और इसकी प्राप्त जानकारी के अनुसार कोतमा मुखर्जी चौक में डॉक्टर अशोक कुमार राजपूत ने अपना क्लीनिक खोल रखा है जहां पर हर रोग का इलाज करने का दावा किया जाता है और सभी तरह के रोगों का इलाज करने का विधिवत बोर्ड भी लगाया गया है लेकिन क्लीनिक के बाहर लगे डॉक्टर राजपूत के नेम प्लेट या बोर्ड में किसी तरह की डिग्री का उल्लेख नहीं किया गया है न ही कहीं पर उनका पंजीयन नम्बर लिखा गया है बावजूद इसके डॉक्टर अशोक राजपूत धड़ल्ले से अपना क्लीनिक संचालित कर रहे थे इस दौरान कई लोगों द्वारा शाशन प्रशासन को शिकायतें की जा रही थी जिसे गम्भीरता के साथ लेते हुए तहसीलदार कोतमा मनीष कुमार शुक्ला व बीएमओ कोतमा डॉक्टर के एल दिवान ने पुलिस बल के साथ मुखर्जी चौक स्थित डॉक्टर अशोक राजपूत के क्लीनिक को सील कर दिया इस दौरान डॉक्ट राजपूत अपने क्लीनिक में मौजूद नहीं थे लिहाजा उनके क्लिनिक को सील करने के बाद उनके मकान मालिक के न मिलने के कारण घर के बाहर आदेश की कापी चस्पा कर दिया गया ।
बताया जाता है कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी अनूपपुर के निर्देश पर डॉक्टर अशोक राजपूत के क्लीनिक को सील कर दिया गया है । बताया गया है कि डॉक्टर राजपूत अपने क्लीनिक में नहीं मिले हैं इसीलिए उनका बयान नहीं लिया जा सका है साथ ही मकान मालिक के भी न रहने के कारण उनके घर के सामने भी आदेश की कापी चस्पा कर दिया गया है और उनके आने के बाद ही उनका भी बयान लिया जायेगा । उल्लेखनीय है कि कोतमा क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टरों के गलत इलाज के कारण लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ती है और कई बार तो जान तक गंवानी पड़ जाती है लेकिन कोई इनके खिलाफ कोई मुकम्मल कार्यवाही न होने के कारण इनके हौसले बुलंद हैं और आये दिन ये तथाकथित डॉक्टर लोगों के जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। हालात इतने बदतर है कि बिना डिग्री वाले लोग भी आपदा में अवसर तलाश रहे हैं और लोगों के जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं यही स्थिति डॉक्टर अशोक कुमार राजपूत की थी जिनके नेमप्लेट में भूतपूर्व अधिकृत चिकित्सक कोतमा खान भविष्य निधि भारत सरकार लिखा है जिसमे किसी तरह के डिग्री का उल्लेख नहीं है।