विप्स पब्लिक सेक्टर डोमनहिल द्वारा कुपोषित बच्चों की ली जानकारी बताए बचने के उपाए
विप्स पब्लिक सेक्टर डोमनहिल द्वारा कुपोषित बच्चों की ली जानकारी बताए बचने के उपाए.
* कुपोषण बीमारी नहीं महामारी है । बच्चे के जन्म से पहले जच्चा को लेना होगा उचित आहार.
जोगी एक्सप्रेस
चिरमिरी – शहर के डोमनहिल क्षेत्र में संचालित एसईसीएल की यूनिट अस्पताल में विप्स पब्लिक सेक्टर डोमनहिल द्वारा महिलाओं को जागरूक करने के साथ कुपोषण से बचाओं के कार्यक्रम का आयोजन कर स्थानीय मितानिनों से क्षेत्र में कुपोषित बच्चों की जानकारी लेते हुए उससे बचने के उपाए बताए जिससे मुख्य रूप से एसईसीएल डोमनहिल यूनिट के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ आई जे खान डेपोटेरियाम.विप्स की यूनिट इंचार्ज ई.आई निरंजने व् डोमनहिल की मेट्रोंन सिस्टर रीता सिंह सहित क्षेत्र के गणमान्य नागरिक व् क्षेत्र की मितानिन उपस्थित रही । कार्यक्रम की शुरवात करते हुए विप्स यूनिट इंचार्ज ई.आई निरंजने ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ आई जे खान का पुष्प गुक्ष देकर सम्मानित किया और कार्यक्रम की शुरवात की गई कार्यक्रम में उपस्थित क्षेत्र की विप्स यूनिट इंचार्ज ई.आई निरंजने ने कार्यक्रम में सर्व प्रथम उपस्थित क्षेत्र की महिलाओं व् मितानिनों को कुपोषण क्या है और इसकी शुरवात कहा से होती है इससे कैसे बचा जा सकता है की जानकारी देते हुए बताया की वर्तमान में कुपोषण एक बीमारी नहीं महामारी है जिसमे जच्चा बच्चा दोनों को सावधानी बरतनी चाहिए जच्चा को बच्चे के गर्भ में आने के बाद सभी पोषक आहार लेना आवश्यक है
जिससे जच्चा के गर्भ में पल रहे बच्चे को पर्याप्त मात्रा में आहार मिल सके ताकि उसके शरीर सहित मस्तिक का पूरा विकास हो सके । कार्यक्रम में उपस्थित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व् वरिष्ठ चिकित्सक डॉ आई जे खान ने अपने उद्बोधन में कहा की बच्चे के जन्म के समय बच्चे का वर्जन कम से कम 3 किलो से ऊपर होना चाहिए 3 कोलो से कम का जन्मा बच्चा कुपोषण की श्रेणी में आता है जिस कारण उसके उम्र के हिसाब से उसके शरीर का विकास नहीं होता जिससे उसके सोचने समझने की क्षमता धीमी होती है । इन सभी बातो को ध्यान में रखते हुए बच्चे के गर्भ में आने के बाद ही जच्चा को पर्याप्त मात्रा में आहार लेना जरुरी है ज्यादा तर महिलाऐ इन सभी बातो को अनसुना कर थोड़ा बहोत ही अमल करती है और उनके घर वाले भी इन बातो को ध्यान नहीं देते जिससे दोनों ही कुपोषण का शिकार हो जाते है प्रोटीन युक्त आहार दोनों को बीमारियों से लड़ने की ताकत देता है तभी आपका बच्चा स्वास्थ होगा और कुपोषण से बचेगा वही इन सभी बातो में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है की वर्तमान में गर्भवती महिलाओ में सबसे ज्यादा खून की कमी के ज्यादा लक्षण देखने को मिलते है जिससे गर्भ में पल रहे बच्चे की मस्तिक की विर्धि नहीं होती इस लक्षण से बचने के लिए एक गर्भवती महिला को एक दिन में कम से कम 70 ग्राम आयरन वाली चीजे जैसे अंडा,हरी पत्ते दार सब्जियां,दाल से बनी चीजे और दूध की मात्रा को अधिक लेना अनिवार्य है जिससे कभी भी गर्भवती महिला को खून की कमी नहीं होगी और उसका जन्मा बच्चा भी स्वास्थ्य रहेगा ।।
अंकुश गुप्ता जोगी एक्सप्रेस चिरमिरी जिला कोरिया छत्तीसगढ़