नगरीय प्रशासन मंत्री ने आरंग में 6.73 करोड़ रूपए की लागत से बनने वाले गोदाम का वर्चुअल भूमिपूजन किया
गोदाम के बनने से क्षेत्र में ही समर्थन मूल्य पर उपार्जित धान के भण्डारण की सुविधा का होगा विस्तार: डॉ. शिवकुमार डहरिया
10,800 मेट्रिक टन क्षमता के इस गोदाम का निर्माण अप्रैल 2022 तक करने का लक्ष्य
रायपुर, नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने आज आरंग में छत्तीसगढ़ राज्य भण्डार गृह निगम द्वारा लगभग 6 करोड़ 73 लाख रूपए की लागत से 10 हजार 800 मेट्रिक टन क्षमता के बनने वाले गोदाम का वर्चुअल भूमिपूजन किया।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य भण्डार गृह निगम के अध्यक्ष श्री अरूण वोरा, नगर पालिका परिषद आरंग के अध्यक्ष श्री चंद्रशेखर चंद्राकर और श्री कोमल सिंह साहू वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कार्यक्रम में जुड़े। मंत्री डॉ. डहरिया ने कहा कि इस गोदाम को अप्रैल 2022 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है, जिसमें आगामी सीजन का उपार्जित चावल भण्डारण किया जा सकेगा। इस योजना के पूर्ण होने के उपरांत लगभग 200 से 300 स्थानीय हम्मालों को रोजगार उपलब्ध हो सकेगा। साथ ही क्षेत्र में भण्डारण सुविधा का विस्तार होगा।
नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने इस अवसर पर कहा कि आरंग कृषि प्रधान क्षेत्र है। कृषकों द्वारा उत्पादित धान की छत्तीसगढ़ शासन द्वारा समर्थन मूल्य पर खरीदी की जाती है। उपार्जित चावल के भण्डारण हेतु आरंग में पर्याप्त भण्डारण सुविधा नहीं होने के कारण दूरस्थ वेयरहाउसों तक परिवहन कराया जाता था। शासन को परिवहन व्यय अतिरिक्त देना होता था। गोदाम के बनने से चावल के भण्डारण की सुविधा आरंग में ही उपलब्ध हो सकेगी। आरंग में वर्तमान वेयरहाउस की क्षमता 1800 मेट्रिक टन है। छत्तीसगढ़ स्टेट सिविल सप्लाईज कार्पाेरेशन द्वारा अतिरिक्त 10 हजार 800 मेट्रिक टन क्षमता की आवश्यकता एवं 8 वर्ष की व्यवसायिक गारंटी दी गई है। संचालक मंडल की 44वीं बैठक से स्वीकृति प्राप्त कर गोदाम निर्माण कार्य कराया जा रहा है। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा गोदाम निर्माण हेतु भूमि उपलब्ध कराई गई है एवं नाबार्ड के वेयरहासिंग इंफ्रास्ट्रक्चर फंड से वित्तीय सहायता ऋण प्राप्त की गई है।
उल्लेखनीय है कि शाखा आरंग में 10 हजार 800 मेट्रिक टन क्षमता गोदाम निर्माण कार्य के अंतर्गत 1800 मेट्रिक टन क्षमता के 6 गोदाम वैज्ञानिक भण्डारण के अनुरूप बनाए जाएंगे। परिसर में वाहनों के आवागमन हेतु कांक्रीट रोड़ बनाई जाएगी तथा परिसर में हम्मालों की सुविधा हेतु हम्माल विश्रामालय, सार्वजनकि शौचालय, धर्मकांटा स्थापना आदि के कार्य किए जाएंगे। परिसर की सुरक्षा के लिए बाउण्ड्रीवाल, कार्यालय भवन, चौकीदार क्वार्टर, स्टाफ क्वार्टर, विद्युतीकरण आदि कार्य साथ-साथ किए जाएंगे।
छत्तीसगढ़ स्टेट वेयरहाउसिंग कार्पाेरेशन द्वारा अपने गठन पश्चात निरंतर प्रगति करते हुए स्वयं की भण्डारण क्षमता में अशातीत वृद्धि की है। वर्तमान में छत्तीसगढ़ स्टेट वेयरहाउसिंग कार्पाेरेशन की 16 लाख 15 हजार 21 मेट्रिक टन स्वनिर्मित क्षमता के अतिरिक्त जमाकर्ता की विशेष मांग पर 3 लाख 54 हजार 832 मेट्रिक टन किराये की क्षमता लेकर कुल 19 लाख 69 हजार 853 मेट्रिक टन भण्डारण क्षमता सम्पूर्ण प्रदेश में उपलब्ध कराकर वैज्ञानिक भण्डारण किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ स्टेट वेयरहाउसिंग कार्पाेरेशन के प्रदेश में कुल 135 शाखा संचालित है। जो शासन के सर्वभौम सार्वजनिक वितरण प्रणाली के महत्वपूर्ण केन्द्र है।