November 23, 2024

कोरोना पीड़ितों के स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं में हो रहा इजाफा

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रायपुर, 19 अप्रैल 2021/वैश्विक महामारी कोविड-19 के बढ़ते प्रभाव से जहां पूरा विश्व इस संकट की घड़ी से निपटने के लिए लगातार प्रयासरत है। वहीं राज्य शासन के मंशा के अनुरूप कोरोना पीड़ितों के स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं में लगातार इजाफा हो रहा है। इसके लिए राज्य शासन हर संभव प्रयास कर रही है। एक ओर जहां फ्रंटलाईन कोरोना वारियर्स अपनी सहभागिता निभा रहे हैं। वहीं सामाजिक संगठन, सामाजिक संस्था और स्वयंसेवी संस्थाएं भी कोरोना की इस लड़ाई में बढ़-चढ़कर सहायता के लिए आगे आ रही है। कोरोना की इस लड़ाई में लोगों को कोरोना से बचाव के लिए जन-जागरूकता लाने के साथ-साथ पात्र लोगों को टीकाकरण के लिए भी प्रोत्साहित किया जा रहा है।
कोरोना पीड़ितों को बेहतर से बेहतर चिकित्सा संबंधी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। इसी कड़ी में कोरोना पीड़ित मरीजों के लिए राज्य के सुदूर वनांचल जिले दंतेवाड़ा के जावंगा कन्या शिक्षा परिसर में 300 बिस्तरों का कोविड केयर सेंटर तैयार किया जा रहा है। इस कोविड सेंटर में 100 ऑक्सीजनयुक्त बेड की व्यवस्था है। यहां पर कोविड मरीजों को बेहतर उपचार उपलब्ध कराने और कोरोना के बढ़ते प्रभाव के कारण किसी भी आपातकालीन स्थिति से बचाव के लिए पूर्ण तैयारी की जा रही है। कोविड सेंटर के तैयार हो जाने से कोरोना पीड़ितों को इलाज में आसानी होगी। 
इसी तरह बस्तर जिले के बकावण्ड में भी 450 बिस्तर के कोरोना अस्पताल को इलाज के लिए फिर से तैयार कर लिया गया है। बकावण्ड में आइसोलेशन सेंटर खुलने से जिले में अब कोरोना मरीजों के लिये कुल स्वीकृत बेड की संख्या 950 हो गयी है। बस्तर जिले में वर्तमान में मेडिकल कालेज डिमरापाल में 200 बेड, धरमपुरा आइसोलेशन में 250 बेड, बकावण्ड में 450 बेड और एम.पी.एम. में 50 बेड की सुविधा है। यह कोविड अस्पताल 250-250 सीट के बालक एवं बालिका छात्रावास में तैयार किया गया है। इसी प्रकार जांजगीर-चांपा जिले में बढ़ते कोविड संक्रमित मरीजों की संख्या के मद्देनजर अब जिले के शासकीय अस्पतालों के अतिरिक्त निजी अस्पतालों में भी कोविड मरीजों का भी उपचार किया जाएगा। जिले के 18 निजी अस्पतालों में 72 ऑक्सीजनयुक्त बेड सहित कुल 158 बेड कोविड मरीजों के लिए आरक्षित है। इन सभी निजी अस्पतालों में मरीजों के लिए बेहतर उपचार की व्यवस्था की गई है। जिसकी लगातार मॉनिटरिंग करने के लिए नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए गए हैं। 

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