भाजपा ने कोरोना के फैलाव को रोकने में प्रदेश सरकार की विफलता पर राज्यपाल को ज्ञापन सौपा
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई ने कोरोना संक्रमण की जाँच, उपचार और कोविड सेंटर्स की अव्यवस्थाओं व दवाइयों की कमी के चलते कोरोना के फैलाव को रोकने में प्रदेश सरकार की विफलता पर प्रदेश की राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उईके का ध्यान आकृष्ट कर राज्य सरकार को इस संबंध में तमाम इंतज़ामात दुरुस्त करने के लिए सख़्त निर्देश देने का आग्रह किया। भाजपा नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को राज्यपाल सुश्री उईके से भेंट की। राज्यपाल सुश्री उईके ने इस संबंध में राज्य सरकार से चर्चा करके आवश्यक व्यवस्था करने के लिए आश्वस्त किया। प्रतिनिधिमंडल में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय, भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, संसद सदस्य सुनील सोनी, पूर्व मंत्री व विधायक द्वय बृजमोहन अग्रवाल व अजय चंद्राकर शामिल थे।
भाजपा नेताओं ने राज्यपाल सुश्री उईके को पत्र सौंपकर स्वास्थ्य विभाग के स्वीकृत रिक्त पदों पर तत्काल भर्ती की मांग की और प्रक्रिया में देर होने के मद्देनज़र तत्काल पेरामेडिकल स्टाफ व डॉक्टर्स की संविदा भर्ती का विकल्प सुझाया। प्रदेश में विभिन्न ज़िलों में लॉकडाउन की निर्धारित अवधि में बीपीएल परिवारों को पर्याप्त राशन और असंगठित क्षेत्र के मज़दूरों को रोज़गार मुहैया कराने की व्यवस्था कराने का भी आग्रह किया गया है। भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने रेमडेसिविर व अन्य ज़रूरी जीवनरक्षक दवाओं की सुगम आपूर्ति पूरे प्रदेश में कराने, इनकी क़ीमतों पर राज्य शासन से छूट दिलवाने और इंजेक्शन व दवाओं की कालाबाज़ारी तता मुनाफ़ाखोरी पर तत्काल कठोर कार्रवाई की मांग भी की है। राज्यपाल सुश्री उईके से भाजपा ने आग्रह किया कि शहरी क्षेत्रों के साथ ही अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी आरटीपीसीआर जाँच की संख्या बढ़ाने की आवश्यकता है और उसकी रिपोर्ट ज़ल्दी आए। इसी तरह कोरोना जाँच व उपचार सेंटर्स में हेल्पलाइन नंबर जारी किए जाएँ। भाजपा नेताओं ने राज्यपाल के माध्यम से केंद्र सरकार से इस आग्रह की अपेक्षा व्यक्त की कि केंद्र सरकार की ओर से टीके और ज़रूरी जीवनरक्षक दवाओं की छत्तीसगढ़ में पर्याप्त आपूर्ति हो।
भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल सुश्री उईके से यह आग्रह भी किया कि वे राज्य सरकार से केंद्र सरकार की टीम के निर्देशों के मद्देनज़र की गई पहल की जानकारी लें, साथ ही राज्य सरकार ने अपने स्तर पर वेंटीलेटर और ऑक्सीपैड की क्या और कितनी व्यवस्था की है, इसकी जानकारी प्रदेश को दी जानी चाहिए। भाजपा नेताओं ने राज्यपाल के माध्यम से यह भी जानना चाहा है कि कोविड सेस के नाम पर जुटाई गई लगभग 400 करोड़ रुपए की राशि का क्या उपयोग किया जा रहा है? भाजपा नेताओं ने इस बात पर गहरी चिंता जताई है कि अन्य प्रदेशों से आ रहे लोगों की समुचित जाँच नहीं कराई जा रही है। भाजपा ने राज्यपाल को अवगत कराया कि असम से आए कांग्रेस प्रत्याशियों और गठबंधन के लोगों को छत्तीसगढ़ लाकर गोपनीय स्थानों पर रखा गया है। भाजपा नेताओं ने केंद्र सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए वेंटीलेटर का उपयोग नहीं किए जाने पर सवाल उठाकर यह भी जानना चाहा कि उनका उपयोग क्यों नहीं किया गया और वे ख़राब कैसे हुए? भाजपा ने इस बात की जाँच पर ज़ोर दिया कि ये वेंटीलेटर प्रदेश को ख़राब ही मिले थे या फिर छत्तीसगढ़ आने के बाद ख़राब हुए? बज़ट की पर्याप्त व्यवस्था करने, आयुष्मान भारत कार्ड से शत-प्रतिशत इलाज सुनिश्चित करने, ग्रामीम क्षेत्रों में क्वारेंटाइन सेंटर्स बढ़ाने और सभी अस्पतालों ग़रीब कोरोना मरीजों के लिए निश्चित संख्या में बेड आरक्षित करने की मांग भी भाजपा ने राज्यपाल को सौंपे अपने पत्र में की है।