भाजपा द्वारा भगवान राम की तुलना मोदी से किया जाना देश के करोड़ों हिंदुओं का अपमान है- विकास उपाध्याय
रायपुर। अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव विकास उपाध्याय ने उत्तराखंड के नये मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना ‘भगवान राम’ से किये जाने पर कड़ी आपत्ति करते हुए कहा है,भाजपा के नेता मोदी को ऐसा प्रचारित कर करोड़ों हिंदुओं की आस्था के साथ विश्वासघात कर रहे हैं। उन्होंने आशंका व्यक्त की है कि राम मंदिर के निर्माण में भाजपा के भविष्य की ऐसी कोई योजना सम्मिलित तो नहीं कि मोदी को भी इस मंदिर में भगवान राम के समकक्ष स्थान दे दिया जाए।
कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव विकास उपाध्याय ने उत्तराखंड के नये मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना ‘भगवान राम’ से किये जाने के बाद इस पर कड़ी आपत्ति दर्ज करते हुए कहा, अब यह बात स्पष्ट हो गई है कि भाजपा भगवान राम के प्रति नहीं बल्कि भगवान के रूप में भगवान राम के स्थान पर नरेन्द्र मोदी पर आस्था रखती है और ऐसा कर हिंदुस्तान के करोड़ों हिंदुओं की आस्था के साथ घोखा कर आंखमिचौली खेल रही है। विकास उपाध्याय ने कहा,प्रधानमंत्री के तौर पर मोदी का यह अंतिम पड़ाव है। इसके बाद भाजपा की जो मंशा है रावत के वक्तव्य से स्पष्ट हो गया है कि उन्हें राम मंदिर में स्थापित करने की है।यही वजह है कि उनके रंग रूप में जिस तरह के बदलाव लाया जा रहा है,दाढ़ी का बढ़ाया जाना, पोशाक में परिवर्तन लाना सब कुछ भविष्य की योजना का एक रूप है।
विकास उपाध्याय ने कहा,भगवान राम समाज को सत्य के मार्ग पर ले जाने कई ऐसे कार्य किये जो आज भी समाज में प्रासंगिक है। राम, भगवान के ही एक अवतार थे इसीलिए लोग उन्हें भगवान मानने लगे थे। इसके ठीक उलट मोदी हैं जो समाज में हिन्दू- मुस्लिम,सिख्ख ईसाई के बीच भेदभाव कर समाज को बांटने का काम कर रहे हैं। समाज में खुशहाली लाना छोड़ लोगों को महंगाई में डुबो कर लोगों का जीना दूभर कर दिए हैं। भगवान राम दुष्कर्मी शासकों को परास्त कर उन राज्यों को अपने अधीन कर समाज में शांति लाया करते थे पर मोदी अपने देश की जमीं को गिरवी रख रहे हैं।
विकास उपाध्याय ने देश की जनता से अपील की है कि वे भाजपा के भविष्य की मंशा से अभी से अवगत हो जायें अन्यथा इसका विरोध करने भी विलंभ हो जाएगा। भाजपा को किसी हिन्दू से कोई सरोकार नहीं है, उसे तो बस सत्ता चाहिए। भगवान राम के नाम को तो वह सिर्फ माध्यम बना रहीं है। असल मकसद तो मोदी को भगवान बनाने की है।अब वो समय आ गया है कि समाज को जागरूक होने की जरूरत है। जरूरत है भारत का उज्वल भविष्य कैसा हो। देश कैसा सुरक्षित रहे। जरूरत है महंगाई कैसे दूर हो। बेरोजगारी कैसे कम हो जिस पर भाजपा कुछ बोल नहीं रही है।बोल रही है तो सिर्फ झूठ जबकि भगवान राम झूठ के शक्त खिलाफ थे। उन्होंने भगवान राम की तुलना मोदी से न करने की नसीहत देते हुए पूरे देश में इसके खिलाफ आंदोलन करने की बात कही है।