वनोत्पादों से स्थानीय लोगों को रोजगार की विशेष पहलप्राकृतिक शुद्धता और नैसर्गिक गुणों से भरपूर उत्पाद स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद वन मंत्री मोहम्मद अकबर
ने अरण्य भवन में वनोत्पाद आउटलेट का किया शुभारंभ रायपुर, 06 फरवरी 2021/वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर द्वारा अटल नगर नवा रायपुर स्थित अरण्य भवन में वन प्रबंधक समितियों द्वारा वनोत्पाद और प्रसंस्कृत उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने के लिए ऑउटलेट का शुभारंभ किया गया है। वन मंत्री ने कहा है कि इस आउटलेट में रखे गए सभी उत्पाद प्राकृतिक शुद्धता के साथ नैसर्गिक गुणों से भरपूर है, जो लोगों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मार्गदर्शन में वन की हरियाली और वनोत्पाद से स्थनीय लोगों के लिए रोजगार एवं अतिरिक्त आय का जरिया मुहैया कराने के लिए राज्य सरकार जिम्मेदारी और प्राथमिकता के साथ कार्य कर रही है।
श्री अकबर ने कहा कि इस तरह के आउटलेट थीम विकसित करने से न केवल वनोपज से निर्मित उत्पादों का प्रचार-प्रसार होगा, वहीं स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर वनों के संरक्षण और संवर्धन के साथ-साथ वन प्रबंधन समितियों द्वारा वनोपज से निर्मित उत्पादों से भी स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए कार्य किया जा रहा है। राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी को वन प्रबंधन समितियों से जोड़ा जा रहा है जिससे वनों की सुरक्षा के साथ-साथ जल संवर्धन क्षमता में वृद्धि होगी। इससे स्थानीय लोग नदी-नाले के किनारे सब्जी-भाजी एवं अन्य खेती कर अतिरिक्त आय भी अर्जित कर सकेंगे।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री राकेश चतुर्वेदी ने बताया कि हरियाली से स्थानीय लोगों को रोजगार देने के साथ-साथ वन प्रबंधन समितियों द्वारा वनोपज से नवनिर्मित उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने के लिए पारिस्थितिकीय सेवा परियोजना के तहत वनोत्पादों को बाजार से जोड़ने के लिए ऑउटलेट विकसित किया जा रहा है। इस ऑउटलेट में वन प्रबंधन समितियों से निर्मित समाग्रियों का विपणन छत्तीसगढ़ हर्बल के बैनर तले किया जा रहा है। लगभग 120 प्रकार के वन उत्पाद, प्रसंस्कृत उत्पाद उपलब्ध है। इनमें प्रमुख रूप से मरवाही की सीताफल आईस्क्रीम, कटघोरा का जैविक चावल, कवर्धा का ऑर्गेनिक गुड, बलरामपुर का मुनगा पावडर, कोटबाहल की रबड़ी सहित विभिन्न प्रकार के दुग्ध उत्पाद, धमतरी का मुसली लड्डू, बज्रदंती हर्बल दंत चूर्ण, बस्तर का काजू ईमली, बस्तर लड्डू, बलौदाबाजार का लेमन ग्रास आयल और बालोद का एलोविरा साबून सहित दानकुण्डी मरवाही के लाख की चुड़ी व अबरबत्ती तथा गोबर धूप कण्डा सहित अनेक प्रकार के उत्पाद लोगों के लिए उपलब्ध है। आउटलेट के शुभारंभ अवसर पर संसदीय सचिव श्री शिशुपाल सौरी, प्रबंध संचालक (तेन्दूपत्ता) श्री संजय शुक्ला, पीसीसीएफ (वन्यप्राणी) श्री पी. व्ही. नरसिंग राव, प्रबंध संचालक (वन विकास निगम) श्री पी. सी. पाण्डे, संयुक्त वन प्रबंधन शाखा के श्री के. मुरगन सहित अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।