राज्य में जशपुर कलेक्ट्रेट को लोक प्रशासन गतिविधियों के लिए मिला पहला आईएसओ 9001-2015 प्रमाणपत्र
जशपुर।जशपुर जिला कलेक्ट्रेट ने राज्य में सार्वजनिक प्रशासनिक सेवाएं प्रदान करने के लिए पहला आईएसओ 9001-2015 प्रमाणपत्र प्राप्त किया है। “शीघ्र शिकायत निवारण एवं क्रियान्वयन हेतु जनता को प्रदान की जाने वाली सेवाओं को प्रमाणपत्र में आधार माना गया है”
कलेक्टर महादेव कावरे ने गणतंत्र दिवस समारोह के अवसर पर संसदीय सचिव चिंतामणि महाराज के हाथों यह प्रमाण पत्र प्राप्त किये।
ज्ञातव्य हो कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जशपुर क्षेत्र में दौरे के दौरान एक कार्यक्रम में कलेक्टर महादेव कावरे के कार्यप्रणाली को लेकर प्रशंसा की थी और जबसे इनको इस जिला की जिम्मेदारी मिली है।उनके द्वारा पूरे जिला के हर क्षेत्र में गंभीरता से जनहित से लेकर अन्य पहलुओं पर काम किया जा रहा है। कलेक्टर ने आज इस मौके पर कहा कि श्री राहुल शर्मा के नेतृत्व वाली आईएसओ टीम ने कलक्ट्रेट का दौरा किया और कानून व्यवस्था, और लोक कल्याण से संबंधित मामलों का समय पर निपटारा,सरकारी कर्तव्यों का निर्वहन और अन्य कार्यो का निरीक्षण किया।
आईएसओ कि टीम ने बताया कि कुछ कलेक्ट्रेट को किसी विशेष क्षेत्र के लिए आईएसओ प्रमाण पत्र प्रदान किए गए थे, लेकिन जशपुर कलेक्ट्रेट को सम्पूर्ण क्षेत्र के लिये आईएसओ प्रमाण पत्र प्रदान किया गया है।
अपर कलेक्टर आई. एल. ठाकुर और डिप्टी कलेक्टर पोसक चौधरी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने टीम को पूर्ण सहयोग प्रदान किया। विश्व बैंक और अन्य राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों से ऋण प्राप्त करने के लिए आईएसओ प्रमाणपत्र आवश्यक है।
जशपुर जिला प्रशासन ने नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण सेवा प्रदान करने के उद्देश्य से ई -गवर्नेंस को अपनाया है । ऑफिस कार्यो का कम्प्युटरीकरण होने से बेहतर योजना के क्रियान्वयन में और तेजी से निर्णय लेने में सहायता करता है। जशपुर कलेक्टर महादेव कावरे ने कहा कि कम्प्यूटरीकृत डेटा की उपलब्धता आसान और प्रभावी होती है।जिला प्रशासन जशपुर ने अब तक कई ई-गवर्नेंस की पहल की है, जो जशपुर कलेक्ट्रेट को लोक प्रशासन गतिविधियों के लिए आईएसओ 9001-2015 प्रमाणपत्र प्रदान करने मे सहायक हुआ है ।
अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए गुणवत्ता नीति और उसमें सुधार के लिए नियमित प्रशिक्षण आयोजित किए जा रहे हैं। “आईएसओ टीम निरंतर कार्यालय में निरीक्षण करती है और सुनिश्चित करती है कि आईएसओ मापदंड बनाए रखा गया है, इससे नागरिकों को गुणवत्ता वितरण सेवा सुनिश्चित करने में मदद मिलती है।