November 1, 2024

चंद्रग्रहण के दौरान खा सकते हैं ये चीजें, गर्भवती महिलाएं ऐसे रखें ध्यान

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जनवरी में 10 से 11 की मध्य रात्रि की चंद्रग्रहण की घटना होने की बातें चल रही हैं। हालांकि कई ज्योतिषी इस बात से इंकार कर चुके हैं कि यह चंद्रग्रहण है। यह खगोलीय घटना ज्योतिष शास्त्र में उपछाया चंद्रग्रहण के रूप में जानी जाती है। इस तरह के चंद्रग्रहण के दौरान चंद्रमा काला नहीं होता बल्कि मलिन माना जाता है। क्योंकि यह घटना देर रात घटनेवाली है इसलिए इससे हमारी लाइफस्टाइल में किसी तरह के बदलाव की भी जरूरत नहीं है। लेकिन जब चंद्रग्रहण होता है तब क्या करना चाहिए यहां जानें…

हमारी मान्यताएं
चंद्रग्रहण और सूर्यग्रहण वैसे तो खगोलीय घटनाएं हैं। लेकिन भारतीय संस्कृति में इनका विशेष महत्व है। ग्रहण के दौरान क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए इसे लेकर हमारे समाज में कई तरह की मान्यताएं हैं। साथ ही प्रेग्नेंट लेडीज को लेकर ग्रहण से जुड़ी अलग धारणाएं भी हैं।

ग्रहण से पहले करें ऐसा
जब भी चंद्रग्रहण होनेवाला हो तो ग्रहण का सूतक काल लगने से पहले पीने के पानी में तुलसी के पत्ते डाल दें। इस पानी को आप ग्रहण के बाद या ग्रहण के दौरान पी सकते हैं। क्योंकि तुलसी के पत्तों के कारण पानी दुषित नहीं हो पाता है।

नारियल पानी का महत्व
जितना हो सके ग्रहण के दौरान पानी पीने से बचना चाहिए लेकिन अगर पीना ही पड़े तो या तो तुलसी के पत्ते डला हुआ पानी पीना चाहिए या फिर नारियल पानी पिया जा सकता है।

ना खाएं खाना
ग्रहण काल को साधना का काल माना जाता है। इस दौरान अपने ईष्ट देवता की मानसिक साधना करनी चाहिए। अगर आपके घर में बना हुआ खाना रखा है तो इसमें तुलसी पत्ते जरूर डाल दें। अगर घर में किसी को बहुत भूख लगी हो तो ईश्वर को प्रणाम कर फलो का सेवन कर सकते हैं लेकिन भोजन ग्रहण के बाद ही करें।

गर्भवती महिलाएं और बुजुर्ग
ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को बाहर नहीं निकलना चाहिए। वे घर के अंदर रहकर ही आराम करें और मानसिक जप करें। वैसे तो ग्रहण के दौरान सोने की भी मनाही होती है लेकिन बीमारी और प्रेग्नेंसी के दौरान यदि जागना संभव ना हो तो ईश्वर का ध्यान कर आप सो सकती हैं।

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