गाड़ियां नहीं बिक रही तो सड़क पर जाम कैसे है: बीजेपी सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त
नई दिल्ली
बीजेपी सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने गुरुवार को आर्थिक मंदी को लेकर विपक्ष के आरोप पर पलटवार करते हुए लोकसभा में कहा कि देश को बदनाम करने के लिए ऑटो क्षेत्र में मंदी और बिक्री कम होने की बातें की जा रही हैं। उन्होंने सवाल किया कि अगर आटो क्षेत्र में मंदी है तब एक एक घर में कई गाड़ियां और सड़क पर जाम क्यों है?
उन्होंने 'विभिन्न कारणों से फसल को हुई क्षति और इसका किसानों पर प्रभाव के बारे में नियम के 193 के तहत चर्चा के दौरान यह टिप्पणी की। सिंह ने यह भी कहा कि प्याज को महंगे होने की बात की जा रही है, लेकिन चलिए मैं अपने संसदीय क्षेत्र (बलिया) के मोहमदाबाद में 25 रुपये किलोग्राम की दर एक ट्रक प्याज दिलवाता हूं।
उन्होंने कहा कि देश में आर्थिक मंदी का माहौल खड़ा किया जा रहा है। कहा जा रहा है कि ऑटो क्षेत्र में खरीद में कमी आई है। यह देश को बदनाम करने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने सवाल किया, 'अगर ऑटो क्षेत्र में खरीद कम होती तो सड़कों पर जाम क्यों है? आज एक-एक घर में कई गाड़ियां हैं।'
बीजेपी सांसद ने यह भी कहा कि लोग जीडीपी की बातें करते हैं, लेकिन लेकिन ग्रामीण अर्थव्यवस्था इस पैमाने से तय नहीं हो सकती है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत है क्योंकि यह श्रम आधारित है और यहां बचत की परंपरा है। उन्होंने कहा कि आज गांवों और कस्बों में जाकर देखा जा सकता है कि लोग बड़े पैमाने पर पैसे जमा करा रहे हैं।
सिंह ने कहा कि गावों को ध्यान में रखकर नीतियां बननी चाहिए। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि ये लोग किसानों से बात नहीं करते हैं, किसानों को नहीं जानते, सिर्फ किताबों में किसान के बारे में पढ़ते हैं।
उन्होंने कहा कि आजाद भारत में पहली बार नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार ने सभी किसानों को उनके खाते में सीधे पैसे दिए। सिंह ने यह भी कहा कि किसान के 60 साल की उम्र पूरी करने पर उसके लिए पेंशन की व्यवस्था की जानी चाहिए।