*जोगी एक्सप्रेस* लगातार,अंबुजा सीमेंट प्रबंधन कलेक्टर के निर्देशों का खुलेआम कर रहा अवहेलना

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रात के अंधेरे में चोरीछिपे करा रहा कार्य : लग रहा आरोप।

खबर प्रकाशन के बाद भी प्रबंधन नही आ रहा बाज।

रूपेश वर्मा/अर्जुनी – अंबुजा सीमेंट द्वारा संपूर्ण लॉकडाउन में दोगली नीति का उपयोग किया जा रहा है प्रबन्धन द्वारा संयंत्र के सभी गेटों को दिन में बंद कर संपूर्ण लॉकडाउन का समर्थन करने का दिखावा कर रहा है वहीं दूसरी ओर रात में गेट के सभी लाइटों को बंद करके चोरीछिपे जिला प्रशासन के नियमों को धता लगते हुए अपने कर्मचारियों को संयंत्र में ले जाकर संयंत्र के अंदर काम चालू किया जा रहा है रात के अंधेरे में लोगों का आना जाना संयंत्र के अंदर अभी भी चालू है बाहर से आए हुए मजदूरों को रात का फायदा उठाकर संयंत्र के आला अधिकारी संयंत्र चालू करने में लगे हुए हैं कोविड-19 महामारी को लेकर लॉकडाउन के तहत

जिलाधीश के निर्देशों का पालन अंबुजा सीमेंट संयंत्र प्रबंधन के आला अधिकारी उलंघन करने से तनिक भी संकोच नहीं कर रहे हैं जिलाधीश के निर्देशों का उल्लंघन करने में ठेकेदारों की भूमिका संदिग्ध अवस्था में है वो इसलिए की संयत्र में ज्यादातर कार्य ठेकेदारों के माध्यम से संपादित किया जाता है बहरहाल उनका भी होना सामने आ रहा है जो कोविड-19 में भी अपने निजी हितों को साधने में लगे हुए हैं संयंत्र में संपूर्ण लॉकडाउन के दौरान अभी भी 500 मजदूर कार्यरत है जो बाहरी राज्यों से आए हुए हैं इन्हीं बाहरी राज्यों से आए हुए मजदूरों में 30 से 35 मजदूर को कोरोना पॉजिटिव भी पाया गया था जिसकी जानकारी देने से संयंत्र के आला अधिकारी आनाकानी कर रहे हैं इसकी जानकारी मांगने पर संयंत्र के अधिकारी गोल मटोल जवाब देते हैं जो कोरोना पॉजिटिव पाए गए मजदूरों की जानकारी ना शासन प्रशासन को दी गई हैं नहीं किसी जनप्रतिनिधि को दी गई किसी को पता नहीं यह मजदूर कहां से आए और कहां चले गए कुछ छुटभैया नेता भी संयंत्र के साथ मिलीभगत में शामिल नजर आ रहे हैं वैश्विक महामारी में भी कुछ सफेद कलर वाले नेता लेबर कमिशन की आड़ में मजदूरों के स्वास्थ्य के साथ-साथ भोले-भाले ग्रामीणों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने में लगे हुए हैं। संयत्र के खुलेआम नियमो की अवहेलना करने के बाद भी जिले में बैठे जनता से सरोकार रखने वाले नेता भी इससे इतर नजर आ रहे है जिससे इनकी संयत्र के प्रति निष्ठा उजागर हो रहा है। ग्रामीणों व पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा समय समय पर जिलाधीश एवं शासन प्रशासन को अवगत भी करा चुके हैं लेकिन शासन प्रशासन द्वारा अभी तक कोई सार्थक पहल नहीं निकाला गया है जिसके कारण लोगों में भारी रोष व्याप्त है ग्रामीणों द्वारा संयंत्र के दोगले रवैया को देखते हुए इनका विरोध भी जाहिर किया गया है परंतु संयंत्र के अधिकारी अपनी मनमानी करने में लगे हुए हैं शासन प्रशासन के आला अधिकारी संयंत्र के सामने बौना नजर आ रहे है । जिसके कारण संयंत्र के अधिकारी मनमानी करने में लगे हुए हैं यदि ऐसा ही होता रहा तो ग्राम रवान तथा आसपास के ग्रामीण इलाकों में कोविड-19 का नया हॉटस्पॉट बन जाएगा।
इस संबंध में ग्राम पंचायत रवान के सरपंच विजय वर्मा से सम्पर्क करने का प्रयास किया गया किन्तु उनसे संपर्क नही हो पाया।

फ़ोटो: संयत्र का मुख्यगेट जंहा पर हमेशा रोशनी रहता है जो कि कर्मचारियों व मजदूरों को अंदर लेजाने हेतु बंद रखा गया।

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