बढ़ाई गई पेट्रोल-डीज़ल की कीमतें फौरन वापस ली जाएं : राहुल

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नई दिल्ली। अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांगे्रस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने कहा है, कि एक तरफ कोरोना महामारी का कहर और दूसरी तरफ महंगे पेट्रोल-डीज़ल की मार ने देशवासियों का जीना बेहद मुश्किल कर दिया है। आज देश की राजधानी दिल्ली और अन्य बड़े शहरों में तो पेट्रोल और डीज़ल, दोनों की कीमतें 80 रु. प्रति लीटर को पार कर गई हैं।
25 मार्च के लॉकडाऊन के बाद मोदी सरकार ने पिछले 3 महीने में 22 बार लगातार पेट्रोल-डीज़ल की कीमतें बढ़ाई। डीज़ल की कीमत 11 रुपया प्रति लीटर और पेट्रोल की कीमत 9 रुपया 12 पैसे प्रति लीटर और बढ़ा दी। यही नहीं, पिछले तीन महीने में मोदी सरकार ने एक्साइज ड्यूटी बढ़ाकर भी सालाना लाखों करोड़ इक_े करने का इंतजाम कर दिया है। यह सब तब हो रहा है, जब कच्चे तेल की कीमतें अंतर्राष्ट्रीय बाजार में लगातार कम हो रही हैं।

उन्होंने कहा कि , 2014 के बाद मोदी सरकार ने जनता को कच्चे तेल की गिरती कीमतों का फायदा देने की बजाय पेट्रोल और डीज़ल पर 12 बार एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई। जिससे सरकार ने लगभग 18 लाख करोड़ रुपये की अतिरिक्त वसूली की। यह अपने आप में जनता की मेहनत की कमाई से पैसा निकाल कर खजाना भरने का जीता जागता सबूत है। सरकार की जिम्मेदारी ये है कि मुश्किल समय में देशवासियों का सहारा बने, उनकी मुसीबत का फायदा उठा कर मुनाफाखोरी ना करे। पेट्रोल और डीज़ल की अन्यायपूर्ण बढ़ोत्तरी ने सरकार द्वारा देशवासियों से जबरन वसूली का एक नया उदाहरण पेश किया है। ना केवल यह अन्यायपूर्ण है बल्कि संवेदनहीन भी है। इसकी सीधी चोट देश के किसान, गरीब, नौकरीपेशा लोगों मध्यम वर्ग व छोटे-छोटे उद्योगों पर पड़ रही है।

उन्होंने मोदी सरकार से यह मांग की है, कि कोरोना महामारी के इस संकट में बढ़ाई गई पेट्रोल-डीज़ल की कीमतें फौरन वापस ली जाएं। मार्च से आज तक की पेट्रोल-डीज़ल पर बढ़ाई गई एक्साइज ड्यूटी को भी वापस ले, इसका फायदा देशवासियों को दिया जाए। आर्थिक संकट की इस कठिन समय में यह बहुत बड़ी राहत होगी।

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