मुख्यमंत्री ने विश्व खाद्य मेले में किया छत्तीसगढ़ पेवेलियन का शुभारंभ

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 खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों के लिए राज्य में अब तक पांच हजार करोड़ रूपए से ज्यादा के एम.ओ.यू.: डॉ. रमन सिंह
मुख्यमंत्री ने कहा: हमारे यहां उद्योग लगाने पर निवेशक 52 करोड़ लोगों तक आसानी से पहुंचा सकते हैं अपने प्रोडक्ट

jogi express 

रायपुर, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह आज नई दिल्ली के विज्ञान भवन मे आयोजित भारत के विश्व खाद्य प्रसंस्करण सम्मेलन में शामिल हुए। सम्मेलन का शुभारंभ प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी ने किया। सम्मेलन के बाद डॉ. रमन सिंह ने इंडिया गेट के पास आयोजित तीन दिवसीय विश्व खाद्य प्रसंस्करण मेले में फीता काटकर छत्तीसगढ़ के पेवेलियन का शुभारंभ किया। सम्मेलन में केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री श्रीमती हरसिमरत कौर बादल, राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति और आरमेनिया राष्ट्रपति और लाटाविया के प्रधानमंत्री सहित देश-विदेश के अनेक प्रमुख लोग उपस्थित थे।
डॉ. रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ पेवेलियन में निवेशकों से चर्चा करते हुए उन्हें छत्तीसगढ़ में कृषि और वनोपजों पर आधारित खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों में निवेश की संभावनाओं के बारे में बताया और राज्य में उद्योग लगाने का न्यौता दिया। डॉ. रमन सिंह ने उन्हें बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार अपनी सहज-सरल उद्योग नीति के तहत निवेशकों को हर प्रकार की जरूरी सुविधाएं देने के लिए तत्पर हैं। राज्य में अब तक खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों के लिए पांच हजार करोड़ रूपए से ज्यादा के एमओयू हो चुके हैं। उन्होंने यह भी बताया कि छत्तीसगढ़ भौगोलिक दृष्टि से देश के लगभग मध्य क्षेत्र में हैं। इसलिए हमारे यहां खाद्य प्रसंस्करण उद्योग लगाने पर निवेशक छत्तीसगढ़ सहित मध्य भारत के अन्य राज्यों के निवासी लगभग 52 करोड़ लोगों तक  अपने प्रोडक्ट आसानी से पहुंचा सकते है।
डॉ. रमन सिंह ने सम्मेलन के बाद विश्व खाद्य प्रसंस्करण मेले के छत्तीसगढ़ पेवेलियन में निवेशकों को बताया कि खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों को सुविधाएं एवं भू-खण्ड उपलब्ध कराने और निवेश को बढावा देने के उद्देश्य से राज्य के धमतरी जिले में ग्राम बंजारी-बगौद में लगभग 300 करोड़ रूपए की लागत से 170 एकड़ के रकबे में फूड पार्क की स्थापना की जा रही है। निजी क्षेत्र में एक अन्य मेगा फूड पार्क की स्थापना 64 एकड भूमि पर सिमगा में की जा रही है। इसके अलावा छŸाीसगढ़ में कुछ अन्य फूड पार्कों की स्थापना के भी

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