शहडोल से नागपुर तक चलने वाली पक्षीराज ट्रेवल्स बस को किसने दिया इंसानी जिंदगी से खेलने का परमिट

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पक्षीराज की माया कोई नहीं समझ पाया

जोगी एक्सप्रेस 

शहडोल, अखिलेश मिश्रा । अगर आप घर सेबाहर  सुकून यात्रा का मन बना कर निकले ,यदि आप की यात्रा सुरक्षित न हो तो जीवन केसे सुरक्षित रहेगा !उक्त एहसास एक अवैध रूप से चल रही बस द्वारा शहडोल    जिले से नागपुर यात्रा करते समय महसूस होता हैकही भी यात्रा करने के लिए हमें नगर से बाहर जाना होता है तो हम   बस या ट्रेन का सफर करते हुए दूसरे जगह पहुंचते हैं लेकिन जिस वाहन से हम सफर कर रहे हैं वही सुरक्षित ना हो तो हमारा सफर कैसे सुरक्षित हो सकता है। दरअसल हम बात कर रहे हैं, अवैध रूप से चल रही शहडोल नागपुर टूरिस्ट परमिट की आड़ में चल रही बस की  संचालक द्वारा अवैध रूप से बस को डेली अप डाउन शहडोल से नागपुर चलाया जा रहा और इस के पीछे RTO शहडोल की चुप्पी से  कई सवाल खड़े कर दिए है !जिसके पास शहडोल जिले पूरी कमान है  वही भ्रष्टाचार में पूरी तरह से लिप्त है।हम बात कर रहे है  जिला परिवहन कार्यालय में बैठे  जिला परिवहन अधिकारी की जिनके द्वारा  अवैध बस पर  कार्यवाही करना तो वे  दूर खुद के कागजातों में स्वयं उलझे हुए है मामला दरअसल कुछ इस तरह का है  शहडोल से नागपुर के लिए चलने वाली  पक्षीराज ट्रेवल्स  की ! चर्चाएं जोरों पर है की  आल इण्डिया परमिट धारी ये बस ,सिर्फ टूरिस्ट उपयोग के लिए है ,परंतु टूरिस्ट परमिट की आड़ में  बस संचालक द्वारा अवैध रूप से बस को डेली अप डाउन शहडोल से नागपुर चलाया जा रहा और इस के पीछे RTO शहडोल की चुप्पी से  कई सवाल खड़े कर दिए , अधिकारी व उनके बड़े बाबू दोनों ही राजधानी की यात्रा में मस्त  हैं। जानकारो  की माने तो  साहब अपने लश्कर के साथ  राजधानी की यात्रा में निकल गए है ताकि वहां का मैनेजमेंट बना रहे, साथ ही इस  कार्यालय का धंधा चौपट न हो जाए बस इसी बात का डर साहब को सताए जा रहा था , साहब भोपाल में  तालाब के पास बैठ कर ठंडी सांसे ले रहे और यहाँ शहडोल से नागपुर तक यात्रा करने वाले यात्रियों की सांसे आफत में फसी हुई है .अब तो  जिला परिवहन अधिकारी कार्यवाही करने में नाकाम साबित हो रहे हैं।

यह है मामला

मध्यप्रदेश के शहडोल से चलकर महाराष्ट्र के नागपुर तक चलने वाली बस जिसमें रोजाना लगभग 50 से 60 यात्री यात्रा करते हैं, उस बस का ऑल इंडिया परमिट है, जबकि ऑल इंडिया परमिट में सवारियों को बस में लेकर नहीं जाया जा सकता है बावजूद इसके पक्षीराज ट्रेवल्स के संचालक  द्वारा प्रतिदिन यात्रियों की जान से खिलवाड़ करते हुए शहडोल से नागपुर तक यात्रियों को ढ़ोया रहा है। लेकिन अचरज की बात तो यह है कि प्रतिदिन पक्षीराज ट्रेवल्स द्वारा शहडोल से नागपुर तक अवैध रूप से बस चलाई जा रही है लेकिन जिले में बैठे जिला परिवहन अधिकारी ने अपनी आंखें बंद कर रखी है कारवाही के लिए यदि कोई कहता भी है जानकारों की माने तो  परिवहन अधिकारी चंद टुकड़ों में बिक चुके हैं और यही कारण है कि पक्षीराज ट्रवल्स के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं कर रहे हैं।

कौन है हिस्सेदार

सूत्रों के अनुसार परिवहन विभाग के किन अधिकारियों की हिस्सेदारी पक्षीराज ट्रैवल्स के साथ सुनिश्चित हुई है इस बात पर काफी चर्चाएं चल रही हैं किस अधिकारी के द्वारा किस तरह की छूट दी जाती है और इसके पीछे की कहानी पर कौन सी हिस्सेदारी क्या होती है इसकी पड़ताल होनी जरुरी है !

मौत का सफर कर रहे यात्री

शहडोल से चलकर नागपुर तक जाने वाली बस में यात्रा करने वाले यात्री यात्रा की जगह मौत का सफर कर रहे हैं यात्रियों को इस बात की जानकारी नहीं होती है कि जिस बस में यात्री सफर कर रहे हैं उस बस का परमिट कहीं और का है और बस कहीं और जा रही है टूरिस्ट का परमिट लेने के बाद बस संचालक द्वारा शहडोल से नागपुर तक बस को चलाई जा रहा  है जिससे यात्रियों की जान से खिलवाड़ तो किया ही जा रहा है और यदि कोई दुर्घटना होती है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा यात्रियों को तो इस बात की भी जानकारी नहीं होती की बस किस रोड से कहां जाती है।

नहीं बनती यात्रियों की सूची

टूरिस्ट परमिट में शहडोल से नागपुर तक बस को लेकर चलाई जा रही है लेकिन टूरिस्ट परमिट के नियमों की बातें करें तो हर एक यात्री का नाम व पते की सूची तैयार करना अनिवार्य है और उस सूची की एक प्रति परिवहन कार्यालय में जमा करना अनिवार्य है लेकिन पक्षीराज के बस संचालक द्वारा ऐसा नहीं किया जाता और खुलेआम परिवहन विभाग के नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है।

इनका कहना है …

मैं अभी भोपाल में हूं 13 तारीख को शहडोल आऊंगा आप मुझसे मिल लेना

लालताराम सोनवानी 
जिला परिवहन अधिकारी शहडोल

रिपोर्टर :अखिलेश मिश्रा 

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