सुप्रीम कोर्ट की हाई पॉवर नहीं, राज्य की सी.एम.पॉवर कमेटी ने बनाई झूठी रिपोर्ट: अमित जोगी

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• सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्देशित हाईपाॅवर कमेटी के सदस्यों को तो रमन ने अपने मनमाफिक रिपोर्ट नहीं बनाने के कारण अपना पद प्रभाव का दुरूपयोग करके बहुत पहले से हटा दिया था: अमित जोगी
• न्यायालय के समक्ष हम सिध्द करेंगे कि किस तरह सर्वोच्च न्यायालय की निर्देशों की रमन सिंह के इशारे पर बनी  सीएमपाॅवर कमेटी ने धज्ज्यिाॅ उड़ाई: अमित जोगी
• जय – वीरू नहीं , रमन – भूपेश की जोड़ी रंगा बिल्ला है दोनो  ने मिलकर छत्तीसगढ़ की जनता को  खुब लुटा है, अब और नहीं: अमित जोगी
 
• पिक्चर देखने के शौकीन मुख्यमंत्री पर कसा तंज और कहा कि पिक्चर के पहले भाग में विलेन सारे हथकंडे अपनाकर खुश होता है लेकिन अंत में विलेन का खेल खत्म हो जाता है, झूठी रिपोर्ट बनाने वाले मुख्यमंत्री का भी यही हाल होगा।

जोगी एक्सप्रेस 

रायपुर। जाति मामले में आज मरवाही विधायक अमित जोगी ने राज्य की हाईपॉवर कमिटी को झूठा बताया एवं उसके अस्तित्व पर सवाल उठाते हुए कहा कि ये कमिटी, 2010 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गयी कमिटी नहीं है बल्कि सीएमपॉवर कमिटी है जिसने सीएम के निर्देशानुसार ड्राइंगरूम रिपोर्ट तैयार की गयी हैै। सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गयी समिति के सदस्य थे, उन्होंने रमन सिंह के मनमाकिफ, गैर-कानूनी काम करने से मना कर दिया था  इसलिए बिना रिपोर्ट जारी कई साल पहले वे सब रिटायर कर दिये गये ।
जोगी ने कहा कि 2010 की सर्वोच्च न्यायालय द्वारा निर्देशित उच्च स्तरीय छानबीन कमेटी के विपरीत 2017 की इस सीएमपॉवर कमिटी ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए सभी प्रक्रिया और समय सम्बंधित आदेशो की धज्जियाँ उड़ाकर देश की सर्वोच्च न्यायिक संस्था की भी सीधी अवमानना की है।  
अमित जोगी ने आश्चर्य व्यक्त करते हुये कहा कि सीएम से जानना चाहा है  कि क्या उन्हें अपने नापाक मंसूबों को पूरा करने के लिए प्रदेश के हजारों अधिकारियों में से 6 सदस्य तक नहीं मिले अपनी समिती  बनाने के लिए ? आखिर क्यों रिपोर्ट में एक ही अधिकारी के कई दस्तखत हैं, एक ही अधिकारी अध्यक्ष,डायरेक्टर और सचिव, सभी के नाते रिपोर्ट पर हस्ताक्षर करता है। अमीत जोगी ने दावा किया कि रिपोर्ट पर हस्ताक्षर करने वाले अधिकारियों ने रिपोर्ट नहीं पढ़ी होगी, केवल मुख्यमंत्री के कहने पर आँख मूँद कर अपने आका को खुश करने के लिए कोरे कागज पर दस्तखत किये हैं। निष्पक्ष जांच के बहाने मुख्यमंत्री रमन सिंह ने अपने सबसे सशक्त राजनैतिक विरोधी  को निपटाने के उद्देश से सीधा-सीधा न सिर्फ अपने पद का दुरुपयोग किया है बल्कि न्यायलय के आँखो में धूल भी झौंका हैं ।इसमें  पिछले डेढ़ सालों से उनकी B-टीम (B फॉर भूपेश) परोक्ष रूप से साथ भी देती  आयी  है। इस रिपोर्ट से  रंगा-बिल्ला (R से रमन, B से भूपेश)- कौन है, ये एक बार फिर स्पष्ट हो गया है।
 अमित जोगी ने कहा कि जैजैयपुर चुनाव मे मिली जीत को देखकर सत्ता हाथ से जाती देख, बौखलाए मुख्यमंत्री आनन् फानन में अपने दुश्मनों को छल कपट से निपटाने का प्रयास कर रहे हैं। मेरी उन्हें सलाह है कि उन्हें और मेहनत करने की आवशयकता है, इन झूठी रिपोर्टों से कुछ नहीं होगा, हमे पूर्व में भी न्याय मिला है और आगे भी न्याय मिलेगा अंत में सत्य की ही  जीत होगी।

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