महिला बाल विकास अधिकारी की उदासीनता से नहीं रुक रहा बाल विवाह का सिलसिला :

0

जोगी एक्सप्रेस 

 

खडगवा जिला कोरिया से बब्बी शर्मा की खबर 

खडगवा विकास खड परियोजना महिला बाल विकास की निसक्रिता के कारण खडगवा के ग्राम पंचायत देवाडाड एव मंगोरा के पटपरियापारा मे दो नाबलिगो का विवाह षानिवार कि रात मे किया गया है भी कुछ दिन पूर्व ही जिल्दा मे भी बाल विवाह इससी तरह हुआ था। जबकि प्रषासन मे बाल विवाह रोकने के लिए महिला बाल विकास को कडे निर्देष दिये है उसके बाद भी क्षेत्र मे आगनबाडी कार्यकर्ताओ एव सेक्टर सुपरवाईजर कि लापरवाही के कारण नाबलिगओ को विवाह धडले से किया जा रहा है जबकि इसकी जानकारी आगनबाडी कार्यकर्ता को एव सेक्टर सुपरवाईजर को भी थी इस सेक्टर की सुपरवाईजर ही खडगवा की प्रभारी परियोजना अधिकारी के पद पर पदस्थ है और आगनबाडी कार्यकर्ताओ ने विवाह स्थल पर जाकर मौखिक तौर पर समझाईस भी दिया था मगर अपने उच्च अधिकारीयो को कोई जानकारी नही दिया गया था और ना ही स्थल पर किसी प्रकार की कार्यवाही कि गई थी जबकि नाबलिग विवाह के संबध मे जिले के सभी परियोजनाओ मे प्रत्येक आगनबाडी केन्द्र की कार्यकर्ताओ को नाबलिग विवाह रोकने का प्रषक्षिण भी दिया गया था जिसमे षासन ने लाखेा रूप्ये खर्च किये गये उसके बाद भी क्षेत्र मे नाबलिग विवाह रोकने मे महिला बाल विकास विभाग का अमला नाकम साबित हो रहा है या आगनबाडी कार्यकतर्ा्र एव सेक्टर सुपरवाईजर स्थानीय होने के कारण नाबलिग विवाह रोकना नही चाहते है। इधर छतीसगढ षासन ने नाबलिग विवाह को पूर्ण प्रतिबंध करना चाहता है मगर महिला बाल विकास विभाग का जमीनी अमला सिर्फ कागजो मे ही विवाह रोकने की जानकारी दे रहा है जबकि जमीनी हकीकत कुछ और बया कर रही है जो इस विवाह को रोकने के बाद भी नाबलिग का विवाह होना ये स्पस्ट हो रहा है कि महिला बाल विकास के परियोजना स्तर के अधिकारीओ कर्मचारीयो के संरक्षण होने के कारण बाल विवाह हो रहे है जो महिला बाल विकास के दावो की पोल खोल रहे है की महिला बाल विकास का अमला कितनी सक्रिता से क्षेत्र मे कार्य कर रहा है ये भी क्यो ना हो क्योकि जिला कार्यक्रम अधिकारी के पास चार चार प्रभार होने के कारण इनके द्धारा क्या कार्य किया जाएगा ये सहज ही अंदाजा लगया जा सकता है वैसा ही कार्य इनके परियोजना के अधिकारी कर्मचारीओ के द्धारा किया जा रहा है। जबकि प्रषासन ने सख्त आदेष देते हुए कहा कहा है कि जिन लडके लडकियो का विवाह सम्पन होना है उनके आमत्रण पत्र पर जन्मतिथि अकित करना अनिवार्य है मगर इन सब बातो का असर जमीनी स्तर पर देख्ने को नही मिल रहा है प्रषासन ने महिला बाल विकास व आगनबाडी कार्यकर्ताओ को अपने सेक्टर मे हो रहे बाल विवाह की जानकारी देते हुए अवगत कराने का आदेष किया गया हैजिसका पालन आगनबाडी कार्यकर्ताओ के द्धारा नही किया गया जिसका परिणाम ये हुआ कि और नाबलिगो का विवाह हो गया इस बात का उदाहरण है कि लोगो मे प्रषासन के कारवाई का बिलकुल भी डर नही है। बाल विवाह रोकने मे महिला बाल विकास पूरी तरह से असफल है सिर्फ कागजो पर ही बाल विवाह नही होने की जानकारी दि जा रही है।

 इस संबध मे उन्होने कहा कि अगर रोकने के बाद भी बाल विवाह करा दिया गया है तो वो अपराध की श्रेणी मे आता है और इस पर अपराध दर्ज होगा रही बात आगनबाडी कार्यकर्ताओ कि तो मैने पाचो परियोजना के कार्यकर्ताओ को नाबलिग विवाह रोकने का प्रषिक्षण भी कराया है।

बाल संरक्षण अधिकारी आसीष गुप्ता

सवाल-1.क्या इन आगनबाडी कार्यकर्ताओ एव सेक्टर सुपरवाईजर पर क्या कार्यवाही की जाएगी
उतर – ये मेरे क्षेत्रधिकार मे नही है इसे महिला बाल विकास जिला कार्यक्रम अधिकारी के द्धारा कार्यवाही कि जाएगी
जिला कार्यक्रम अधिकारी रमाकात ंचद्रकार – इस संबध मे हमे सूचना मिली है हम एक्ट के तहत कार्यवाही करेगे।
सवाल-1. इस विवाह मे लापरवाह अधिकारी एव कर्मचारीयो पर आप क्या कार्यवाही करेगे पूछे जाने पर फोन काट दिया
प्रभारी परियोजना अधिकारी -निर्मला बरूवा से संपर्क करना चाहा तो उन्होने फोन रिसीव ही नही किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *