भाजपा के सांसद विधायक इसके पहले कब जनता के बीच गये थे? चुनाव देखकर भाजपा को पदयात्राओं और जनता की याद आई : कांग्रेस

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रायपुर। भाजपा द्वारा लोकसुराज के दौरान सांसदों और विधायकों को पदयात्रा का कार्यक्रम जारी किये जाने पर प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा है कि भाजपा बतायें कि उसके जनप्रतिनिधी सांसद और विधायक इसके पहले जनता के बीच कब गये थे? चुनाव सामने देखकर भाजपा को जनता की, गरीबों की, मजदूर किसानों की याद आ रही है अभी तक तो कमीशनखोरी, दलाली और तबादलों की कमाई से ही फुरसत नहीं थी। कांग्रेस की पदयात्राओं में आमजनता और कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भागीदारी से भाजपा अपना मानसिक संतुलन खो बैठी है। लोकसुराज के सरकारी अभियान के दौरान भाजपा द्वारा पदयात्रा का कार्यक्रम घोषित किये जाने को भाजपा की घबराहट और बौखलाहट निरूपित करते हुये कांग्रेस ने कहा है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल की पदयात्राओं में राज्य में कांग्रेस के पक्ष में जबर्दस्त माहौल बना है जिससे भाजपा का शीर्ष नेतृत्व घबरा गया है और आनन-फानन में बजट सत्र के अंतिम दिन सौदान सिंह और रमन सिंह को भाजपा सांसदों-विधायकों की बैठक बुलाकर पदयात्राओं का कार्यक्रम कांग्रेस की नकल करते हुये जारी करना पड़ा। लोकसुराज के शासकीय अभियान का निर्णय भाजपा कार्यालय से घोषित किये जाने पर कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति व्यक्त की है। प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि लोकसुराज सरकार का अभियान है और उसी दौरान पदयात्रायें भाजपा का राजनैतिक कार्यक्रम है। सरकार और सत्ताधारी दल की सीमारेखा छत्तीसगढ़ में समाप्त हो गयी है। जो लोकतंत्र के लिये बेहद खतरनाक है। मुख्यमंत्री रमन सिंह द्वारा भाजपा कार्यालय से सांसदो और विधायको की पदयात्रा कार्यक्रम करने पर प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने पूछा है कि भाजपा सांसद और विधायक इसके पहले कब जनता के बीच गये थे? आज तक इनको जनता की याद नहीं आयी और आज चुनाव सामने देखकर भाजपा सांसदों और विधायकों की जनता और पदयात्रा की याद आ रही है। भाजपा नेतृत्व के पसीने छूट रहे तब जनप्रतिनिधियों को पदयात्राओं की सलाह दी जा रही है। कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल और अन्य नेताओं की यात्राओं, पदयात्राओं से जनता से सतत् जीवंत संपर्क रखा है जबकि भाजपा पूरी तरह से सत्ता के मद में मस्त रहीं है। अब चुनाव सामने देख कर भाजपा सांसदों, विधायकों को जनता की याद आ रहीं है। जब भाजपा के सांसद-विधायक पदयात्राओं में निकालेंगे और जनता से रूबरू होंगे तो इनको जमीनी हकीकत ठीक से समझ में आ जायेगी।

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