अमरकंटक के कई प्राकृतिक और आध्यात्मिक सौंदर्य के पर्याय वाले विलुप्त हो रहे स्थलों का सौंदर्यीकरण करे सरकार : श्रीधर शर्मा

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अनूपपुर (अविरल गौतम ) अमरकंटक जिले की धर्मनगरी अमरकंटक में आज भी कई धार्मिक व आध्यात्मिक स्थल अपने प्राकृतिक सौंदर्य व रमणीयता के लिए याद किए जाते हैं लेकिन प्रकृति के साथ लगातार किए जा रहे खिलवाड़ और उपेक्षा के कारण ये स्थल आज लोगों के दिमाग से ओझल होते जा रहे हैं। पुराणों में भी वर्णित है की त्रेता काल में भगवान राम अपने वनवास काल में इसी अमरकंटक मार्ग से ग्राम धनपुर होते हुए माई का मंडप होते हुए छत्तीसगढ़ के ग्राम शिवनी से गमन किए थे, जहां सोन नदी पर बना घाट आज भी लखन घाट के नाम से प्रख्यात है, लेकिन मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के बंटवारे के बाद अमरकंटक के बहुत से स्थल छत्तीसगढ़ में चले गए और लगातार उपेक्षित होने के कारण इन स्थलों पर पर्यटक भी कम पहुंच पाते हैं और स्थानीय लोग ही इन स्थलों के महात्म्य को जानते हैं। अमरकंटक में छत्तीसगढ़ बॉर्डर से लगा हुआ जालेश्वर धाम, दुर्गा धारा, अजमेरगढ़, माई का मंडप, सोन मुड़ा, अमाडोब, इत्यादि को पर्यटक स्थल घोषित करने और इनके सौंदर्यीकरण के लिए मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव श्रीधर शर्मा ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर मांग की है और अमरकंटक की सुंदरता पर चार चांद लगाने के लिए आपकी प्रतिबद्धता सराहनीय है जो कि आज के इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में समय निकाल कर धर्म व अध्यात्म के लिए एक अभूतपूर्व पहल की है, जिससे कि मां नर्मदा के कृपा से अभिसिंचित कई क्षेत्रों का विकास हो सके। पर्यटन स्थल घोषित किए जाने पर पर्यटकों के आवागमन से आसपास के आदिवासी परिवार के लोगों के लिए रोजगार के अवसर उत्पन्न होने के साथ-साथ मां नर्मदा के आसपास के उन आध्यात्मिक स्थलों के विषय में लोगों को जानकारी हो सकेगी, जिनके विषय में स्थानीय जिले के भी लगभग 10 फीसदी लोग ही जानकारी रखते हैं। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव श्रीधर शर्मा ने मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ दोनों ही राज्यों में दोहरी जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए आज आध्यात्मिक स्तर पर भी मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ की वर्तमान सरकारों को मां नर्मदा के अध्यात्म की कड़ी बताते हुए उन स्थलों के उन्नयन के लिए प्रयास किया है, जिन स्थलों को लोग भुलाते जा रहे हैं। श्री शर्मा ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को उनके किए गए वादों को याद दिलाते हुए बताया कि मरवाही विधानसभा के उप चुनाव में आयोजित जनसभाओं में
आपके द्वारा इन समस्त क्षेत्रों की प्राकृतिक रमणीयता नदी, नाले, झरने, ताल, तलइयों, वन और पहाड़ियों को देखकर पर्यटक सुविधाओं को बढ़ावा देने के लिए आपके द्वारा घोषणाएँ की गई
थी और श्री शर्मा ने उक्त घोषणाओं को कार्यरूप में परिणित करने के लिए लखन घाट, सोन नदी एवं ग्राम धनपुर में माई का मड़वा जो रामपथ गमन जो जन श्रुति के अनुसार माने जाते है, को पर्यटक स्थल बनाने हेतु सहनुभूति पूर्वक विचार किए जाने व जल्द ही मूर्त रूप दिए जाने की मांग की है।

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